भोयरी / पवारी
पवारी / भोयरी बैतूल, छिंदवाड़ा, वर्धा क्षेत्र में बोली जाने वाली मालवी की एक बोली के रूप में नामित है। कुछ विद्वान इसे रांगड़ी की बोली मानते हैं। कुछ स्रोतों में यह उल्लेख किया गया है कि भोयर लोगों द्वारा यह बोली बोले जाने के कारण इसका नाम भोयरी पड़ा।
पवारी / भोयरी मालवी की एक बोली है जो बैतूल, छिंदवाड़ा, और वर्धा के पंवारों/भोयरों द्वारा बोली जाती है। इसके कारण...
Saturday, 4 January 2025
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