Thursday, 21 December 2017

पंवार राजवंश इतिहास

परमार एक राजवंश का नाम है, जो मध्ययुग के प्रारंभिक काल में महत्वपूर्ण हुआ। चारण कथाओं में इसका उल्लेख राजपूत जाति के एक गोत्र और अग्निकुल के सदस्य के रूप में मिलता है। परमार सिंधुराज के दरबारी कवि पद्मगुप्त परिमल ने अपनी पुस्तक 'नवसाहसांकचरित' में एक कथा का वर्णन किया है। ऋषि वशिष्ठ ने ऋषि विश्वामित्र के विरुद्ध युद्ध में सहायता प्राप्त करने के लिये भाबू पर्वत के अग्निकुंड से एक...

Wednesday, 20 December 2017

कहानी राजा भोज

#मूर्ख #के #लक्षण. कहानी राजा भोज कीराजाभोज की रानी और पंडित माघ की पत्नी दोनों खड़ी-खड़ी बातें कर रही थीं। राजा भोज ने उनके नजदीक जाकर उनकी बातें सुनने के लिए अपने कान लगा दिए। यह देख माघ की पत्नी सहसा बोली- 'आओ मूर्ख! राजा भोज तत्काल वहां से चला गया। हालांकि उसके मन में रोष तो नहीं था, तथापि स्वयं के अज्ञान पर उसे तरस अवश्य आ रहा था। वह जानना चाहता था कि मैंने क्या...

राजा भोज

लेखक : सचिन सिंह गौड़, संपादक, "सिंह गर्जना" हिंदी पत्रिका राजा भोज (Raja Bhoj) जो अपने समय के भारतवर्ष के सर्वश्रेष्ठ सम्राट थे, विलक्षण योद्धा थे, अद्भुत पराक्रमी तथा कुशल प्रशासक थे। जिनका शासन लगभग पूरे भारतवर्ष पर था। राजा भोज की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि उनकी तुलना सम्राट विक्रमादित्य से होती है। राजा भोज एक ऐसे ऐतिहासिक सम्राट हैं जो अपने अद्भुत कृत्यों के कारण ऐतिहासिक...

भोयरी पंवारी कविता

*भोयरी पवारी कविता*_______________________________ डोरा भर भर जाय, बेटी सासू धर जायमायकिसनीकोमन, आज को सीबील भाहे।।दादा एक टक देखय, मोती टप टप फेकयजसी नद्दी कुई कुल,अपना नी देखय।।भैया मन मन सोचय, बहिन अंगना ह्य छोडयराखी कोन कलाई, बांधेनी अब जाय।।काका सोच रहा है,मन ख़े कोस रह्या ह्यकोन र किलकारी मारहे, सुना बाबुल का गांव।। रचियता, गोपीनाथ कालभोर रोंढा बैतूल______________________________ *संशोधन...