Wednesday, 20 April 2022

पँवारी लोकगीत / भोयरी - संस्कार गीत- पांढरी की ओ माता-माय

पांढरी की ओ माता-माय / पँवारी

पांढरी की ओ माता-माय
मऽ मानू तू हय भोरी।
आओ-आओ माता-माय
करू तोरी बिनती आज की रात
करजो मराअ् घरअ् वास
दिन खऽ लेजो कू-कू को रेला
रात खऽ लेजो सहिर वास।।
पाण्ढरी को रे हनुमान बाबा
मऽ मानू तू हयअ् भोरो
आओ-आओ रे हनुमान बाबा।
करू तोरी बिनती आज की रात
करजो मराअ् घरअ् वास
दिन खऽ लेजो कूक को रेला
रात खऽ लेजो सहिर वास।।

पँवारी लोकगीत   ♦   रचनाकार: अज्ञात

Source -http://kavitakosh.org/kk/पांढरी_की_ओ_माता-माय_/_पँवारी

Share this

0 Comment to "पँवारी लोकगीत / भोयरी - संस्कार गीत- पांढरी की ओ माता-माय"

Post a Comment