Saturday, 25 August 2018

" बुध्दिमान राजाभोज " * दो शब्द * यह लड़का तो बड़ा भाग्यवान हैं। यह एक महान राजा बनेगा। इस का नाम सारी दुनियॉ में फैलेगा, - ज्योतिषी ने बालक के मुख की ओर देखते हुए भविष्यवाणी की। यह सुनकर पाठशाला के सभी विधार्थी और आचार्य अवाक रह गए। पांच साल के इस बालक के बारे में की गई इस भविष्यवाणी पर सरलता से विश्वास नहीं हो रहा था। फिर इस ज्योतिषी ने तो पहली बार ही इस बालक भी यह सोजकर...

Saturday, 19 May 2018

पवारी / भोयरी

*भोयरी पवारी* The total number of persons speaking Rajasthani is 4 per cent in betul. of the population. It includes several caste Sub-dialects of Rajasthan. dialects spoken in other districts, among which Bhoyari, Kir, and Katiyai are the most important. Bhoyari is the dialect of the Bhoyars of Betul, Chhindwara and Wardha. It is only provisionally classed by Dr. Grierson as a...

Thursday, 17 May 2018

पुहमी बुड़ा पुँवार (भाटी गीत)

पुहमी बुड़ा पुँवार (भाटी गीत) करि बन्दन सुख के सदन, गौरीनब्द गनेस । कथें सुजस पँवार कुल, बर दे बुद्धि बिसेस ।।१।। मालव धरनी मांह, धार नगर रजधानी । बीर तरवत पुँवार, कीरत जगदेव कहानी ।।२।। विक्रमसा नरबीर, नगर उज्जेणि में नामी । मुन्ज अफ नृप भोज, चतुर्दस-विद्या ज्ञानी ।।३।। जन्म लियो भरतरी जशा, देस भयों चहुँ दण्ड । गुरू गोरख सिर कर धन्यो, अमर नाम अखंड ।।४।। पृथ्वी ठावी उज्जेणिपुर,...

देवर भाभी संवाद (पवारी में)

२. देवर भाभी संवाद भाभी सावन बरसे भादवो गरज, मन मरो उडनो काव्य ओ देवर जी तुम बन पारखी, साजन ने ढूंढ लाओ कोनदेशऽमगयातुमराभाई, कौन बांट गया भूल जाओ उन व लेख आओ, तन म उठे है शूल ।।१।। देवर म काहे को पंख लगाए उड़ खा जाऊ दूर । दूर हय मेरा भैया, ओ भाभी देऽकोईमन्तरपूर भाभी आया सावन मेहंदी वाली, गोरी हथेली लाएं । पेरा करना हाथ तुम्हारा, असोऽ मंतर देहू। अब देवर जी उड़ जाओ तुम भैया के लिए...

माँ गढ़कालिका जी की आरती

(माँ गढकालीका की आरती मैय्या करू गुढळली तोरी आरती हो माँ-२ मैय्या आरती माँ बेल फूल चढाऊ वो मोरीमाय-२ हल्दी कुंकू नारीयल धुप दीप कपूरल सजी थार-२ आरती गुढकालीकी-हो मैय्या-आरती गुढ़काली की । गाव हरेक पोवार-२ मैय्या करू गुढ़कली तोरी आरती.... ब्रम्हांड की रखवारी तु धारा जुगर ठिकाण-२ राजा भोजला पायव-२तोला बुध्दी अणा ज्ञाब-२ मैय्या करू गुढकाली.. ये धरती को कोना कोना माँ फैल्या जो पोवार आवी...

Sunday, 25 February 2018

महाभारत के युद्ध में अर्जुन और कर्ण के बीच घमासान

महाभारत के युद्ध में अर्जुन और कर्ण के बीच घमासान चल रहा था । अर्जुन का तीर लगने पे कर्ण का रथ 25-30 हाथ पीछे खिसक जाता , और कर्ण के तीर से अर्जुन का रथ सिर्फ 2-3 हाथ । लेकिन श्री कृष्ण थे की कर्ण के वार की तारीफ़ किये जाते, अर्जुन की तारीफ़ में कुछ ना कहते । अर्जुन बड़ा व्यथित हुआ, पूछा , हे पार्थ आप मेरी शक्तिशाली प्रहारों की बजाय उसके कमजोर प्रहारों की तारीफ़ कर रहे हैं, ऐसा क्या...

Thursday, 22 February 2018

बाबू मु भी पोरी आए तोरी

पवारी कविता ......................बाबू मु भी पोरी आए तोरी ------------------------ बाबू मु भी पोरी आए तोरी काहे भैया ख लाड करय । भैया ल स्कूल भेजय मोखअ काहे ऐतो काम करावय।। मु घर को सराय पोतार करू है ,चुल्हा चौका मु करू अन भैया ल काहे लाड करय।। बाबू मु भी पोरी आए तोरी काहे भैया ख लाड करय। मोरो ब्याहो कर दियो सासु घरअ बी मिलन नी आवत। यहा सासु ससरा बी मन की करय मु सबकी सुनु है।...